28 February 2010

देह्षक..

शायद आसमान को बी मालूम है मेरा हाल/
लो इसका गवा,बादलों से बूंदे टपक पड़ी//


आसमान देक्ठे ही पला बड़ा,
सिर्फ बादलों की कुईश में/
फूटी किस्मत से जो जुदा है नाता..गन्हे मेघा,
मुज्पे मेहरबान होके बरसठी ही नहीं//


तन्हाई में तड़प न क्या होता है,
कोई बाला हम से पूछे/
तनहा जब पीते है थो उतर जाती है नशा,
कम्बक्थ जो बिन पिए चदा रहता है//



ये मेरे उन्चुवे कयालोंके जनाजा है,
ज़रा शान से निकले/
बीच रास्ते उनकी गर की गली भी मिलेंगी,
मूर्धा मोहब्बत भी...आन से निकले//

वो लम्हा..

ज़िन्दगी सस्ती,
पर जीना महंगा हुवा सनम/
सिर्फ आप के यादोंमे कोए हुवे है,
अब थो बस धूर रहेने का है हमें गम//


इलज़ाम लगा हम पे इश्क के कतल का,
जस्बातों के गला गोटने का/
पर हम पे ये दाग लगाने वाले,
क्या तुम्हारी बेवाफायिने ....हमें मजबूर न कियाथा?//


मिली तसल्ली हमें,
जब सुना आप किसी और के बाहोंमे कुश करार है/
यहाँ गम बिकते नहीं!,
थोड़ी लेते हुवे रुखसत...हँसी के अंदाज़ में रोना ही आपने नसीब में बरकरार है//


कल का क्या पता?
कमजोर गाड़ी कोई हमें आस्माले/
पर ये थो है पक्का,
अगर पान्हा मिले अप्पके दिल में थो...इसी वक़्त हम कुशी से दम थोद्देंगे//


नरम रेशमी एहसास थे वो,
जब तुम्हारे करीब कदेठे हम...हलके से चुवेथे जो आप के सांस थे वो/
अब ये सब शायद दोहराना मुश्किल है,
हमारे लियेथो बेहद कास थे वो//

26 February 2010

तनहा दिल..

ऐसी कुश्बू भेशक मधुबन में भी ना मिले/
आपके बदन से जो महकी,
जीने बर्के हमारी हर सांस भी कुषीसे किले//


अक्सर जब हल्कीसी नारिश के बूंद नीचे टपक थे है/
ताब मेरे ये धोनो अंक भी उन्हें साथ देथे है,
सिर्फ तेरे तनहा याद में//


हमारे दरमियान आकिर है क्या?
क्या महफूज़ है अपनी बीच की मोहब्बत?/
शिकायत नहीं मुझे तुमसे,
चाहे आपस में.....कितनीभी हो दूरी//

ಬೆಂಗಳೂರಲಿಂದು ಬೇಸಗೆ ಮಳೆ..

ಬಾನಿನ ಬಸಿರಿಗೆ ತುಂಬಿ ತಿಂಗಳು,
ಬಾಣಂತನಕ್ಕೆ ತವರಲೇ ತಂಗಲು/
ಕಾತರಿಸಿ ಉಲಿವ ಸಂಭ್ರಮದ ದನಿ,
ಇದೋ ಈ...ಮಳೆಹನಿ//

24 February 2010

ಹೇಳುವೆಯ?

ಮೊದಲ ಮುತ್ತ ಮತ್ತು ಇನ್ನೂ ಕಳೆದಿಲ್ಲ,
ಸೋಕಿದ ಉಸಿರ ಬಿಸಿ ಇನ್ನೂ ಆರಿಲ್ಲ/
ಮತ್ತಗೆ.....ಮೌನದಲಿರೋವಾಗ ಆವರಿಸುವೆಯಲ್ಲ,
ಅದು ನೀನೋ? ನಿನ್ನ ನೆನಪೂ?//

23 February 2010

ಕಂಪನ..ಕಂಪನ...

ಬೀಸೋ ಗಾಳಿಯಲಿ ಹುಡುಕಿದೆ ನಿನ್ನ ಹೆಜ್ಜೆ,
ಮೌನದಲೂ ಮೊಳಗಿ ಮನ ಕಲಕಿದ್ದು ನಿನ್ನದೇ ಗೆಜ್ಜೆ/
ಏಕಾಂಗಿಯಾಗಿದ್ದರೂ ನಾನೊಂಟಿಯಲ್ಲ,
ನೆರಳಾಗಿ ನಿನ್ನ ನೆನಪೇ ಜೋತೆಗಿದೆಯಲ್ಲ//



ನೀರಲಿ ಮೂಡಿದ ನಿನ್ನ ಹೆಸರು,
ಗಾಳಿಯಲಿ ಬರೆದ ನನ್ನುಸಿರಲಿ/
ಹುಟ್ಟಿಸುತಿರಲಿ ಹೀಗೆಯೇ ರೋಮಾಂಚನ,
ಹಗಲ ಹೊಳಪೇ ತುಂಬಿರಲಿ ನಿನ್ನುರುಳಲೂ ಅನುಕ್ಷಣ//